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केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने गुयाना के राष्ट्रपति से की मुलाकात,भारत गुयाना के बीच व्यापार को लेकर हुई चर्चा

हाजीपुर(वैशाली)फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में नई दिशा देने के लिए गुयाना के राष्ट्रपति से केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस मिले।

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राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस ने आज नई दिल्ली ओबराय होटल में गुयाना के राष्ट्रपति डाॅक्टर इरफान अली एवं उनके शिष्टमंडल के साथ मुलाकात कर गुयाना और भारत के बीच खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के क्षेत्र में संभावनाओं को देखते हुए सकारात्मक बातचीत हुई।केन्द्रीय मंत्री श्री पारस ने राष्ट्रपति डॉक्टर अली से भारत और गुयाना के मध्य द्विपक्षीय सहयोग,व्यापार-उद्योग क्षेत्र में मिलकर कार्य किए जाने की संभावनाओं पर चर्चा की।श्री पारस ने राष्ट्रपति डॉक्टर अली की खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के क्षेत्र में हुए अभूतपूर्व विकास की जानकारी दी। केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा कि भारत और गुयाना भौगोलिक रूप से चाहे दूर हों, फिर भी दोनों में औपनिवेशिक अतीत और बहुसांस्कृतिक समाज की विशेषताएँ एक जैसी हैं।सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय गुयाना और भारत के बीच मित्रता की स्थायी कड़ी के रूप में कार्य करते हैं।आगे श्री पारस ने कहा कि हाल के वर्षों में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध मजबूत हुए हैं।भारत और गुयाना के बीच व्यापार भी संवर्धित हुआ है।गुयाना में तेल और गैस की हाल की प्रमुख खोजों की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में गुयाना और भारत के बीच सहयोग और आपसी संबंधों में वृद्धि की अपार संभावनाएँ हैं।उन्होंने कहा कि भारत के पास संपूर्ण तेल और गैस मूल्य श्रृंखला में अपेक्षित अनुभव और विशेषज्ञता है।केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि भारत,गुयाना के साथ अपनी विकासात्मक साझेदारी को और सुदृढ़ करने का इच्छुक है।भारत को अपने क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण सहयोग को गहरा करने में भी खुशी होगी।केन्द्रीय मंत्री ने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय निकायों में भारत की उम्मीदवारी और वैश्विक मुद्दों पर भारत की प्राथमिकताओं को लगातार समर्थन देने के लिए गुयाना सरकार की सराहना की।राष्ट्रपति डॉक्टर अली ने सहमति जताई।जिसमें भारत और गुयाना फूड प्रोसेसिंग,कृषि और सिंचाई क्षेत्र में पार्टनर होंगे।इन क्षेत्रों में नई तकनीक का उपयोग कर संयुक्त रूप से कार्य करेंगे।केंद्रीय मंत्री के मुताबिक,आत्मानिर्भर भारत अभियान के तहत शुरू की गई सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यमी (पीएमएफएमई) योजना का प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा एक केंद्र प्रायोजित योजना है।जिसका उद्देश्य खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के असंगठित क्षेत्र में मौजूदा व्यक्तिगत सूक्ष्म उद्यमों की प्रतिस्पर्धा को बढ़ाना और इसको बढ़ावा देना है।क्षेत्र के किसान उत्पादक संगठनों,स्वयं सहायता समूहों और उत्पादक सहकारी समितियों को उनकी संपूर्ण मूल्य श्रृंखला के साथ सहायता प्रदान करते हैं।प्रदेश प्रवक्ता ललन कुमार चन्द्रवंशी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी।

 

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