Download App

पप्पू यादव ने बजरंग दल, भाजपा और आरएसएस पर जमकर बरसे, जानिए वजह ..

बिहार शरीफ/नालंदा, बिहार दूत न्यूज।

Advertisement

जन अधिकार पार्टी लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने राम नवमी के अवसर पर नालंदा के बिहार शरीफ समेत प्रदेश के अन्य जिलों में हुए  हिंसक झड़प के लिए भाजपा, आर एस एस, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के द्वारा प्रायोजित होने का आरोप लगाया। पप्पू यादव ने पूछा कि आखिर रामनवमी की शोभायात्रा में बंदूक राइफल और तलवार निकालने की इजाजत किसने दी थी? उन्होंने यह भी पूछा कि जब बजरंगबली के लिए लाल रंग का उपयोग होता है तो उन्हें भगवा रंग में बदलने की साजिश किसने की?

जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने यह बातें आज बिहार शरीफ के दंगा ग्रस्त इलाके से 2 किलोमीटर दूरी पर मोरा तालाब के पास पचासा मोड़ के समीप कहीं जहां उन्हें प्रशासन ने आगे जाने से रोक दिया था, जहां आज पप्पू यादव बिहारशरीफ के  इलाकों में अपनी पार्टी के साथियों के साथ शांति, सद्भाव और सामाजिक समरसता के साथ एकता का संदेश लेकर गए थे। मगर उस इलाके में धारा 144 लगने की वजह से प्रशासन ने उन्हें आगे जाने से रोक दिया इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से वार्ता में बजरंग दल भाजपा और आरएसएस पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि जो भाजपा के लोग 4 दिनों तक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का चरण वंदन करने में लगी थी, उन्होंने ही मुख्यमंत्री के गृह जिले को और केंद्रीय मंत्री की सभा वाले जिले में सुनियोजित साजिश के तहत दंगा करवाने का काम किया।

पप्पू यादव ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह का धमकी भरा हुआ बयान भी इस बात की ओर इशारा करता है कि बिहार में जानबूझकर धार्मिक उन्माद की साजिश को रचा गया। उसने कहा था कि लटका कर मारेंगे। देश के गृह मंत्री की भाषा जब हिंसक हो तो वहां अमन चैन की कल्पना कैसे की जा सकती है। चुनाव का समय नजदीक आ रहा है ऐसे में गृह मंत्री अमित शाह लगातार बिहार दौरे पर आ रहे हैं, लेकिन उन्होंने कभी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा या विशेष पैकेज देने की बात नहीं की। बेरोजगारी और महंगाई पर उन्होंने कुछ भी नहीं कहा। बंद पड़ी फैक्ट्रियों की बात तो कभी की ही नहीं। पलायन पर भी नहीं बोला और संविधान के साथ-साथ लोकतंत्र पर लगातार हो रहे कुठाराघात की तो चर्चा भी नहीं की। इससे यह साबित होता है कि देश के गृह मंत्री को बिहार और बिहारियों से कोई लेना देना नहीं है। वह यहां राजनीतिक स्वार्थ को साधने के लिए आ रहे हैं। उनकी जुबान से किसी के लिए सांप तो किसी के लिए गिरगिट की भाषा निकलती है लेकिन बिहार के हित और हक की बात उन्हें करना पसंद ही नहीं है। इसलिए हम प्रदेश की सरकार से आग्रह करते हैं कि प्रदेश में जिस तरह से दंगा करा कर सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश की गई है उनके खिलाफ चिन्हित कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो।

वही मौके पर जन अधिकार युवा परिषद के प्रदेश अध्यक्ष राजू दानवीर ने बिहार शरीफ की जनता से शांति और सद्भाव का माहौल कायम रखने की अपील की और कहा कि बिहार की पहचान दुनिया को शांति संदेश देने की रही है, इसलिए नफरत फैलाने वालों से सावधान रहें। क्षेत्र में शांति बनाए रखें और कानून का पालन करें। किसी के भी बहकावे में आकर और कानून को अपने हाथ में ना लें। दानवीर ने कहा कि आज भी  पप्पू यादव बिहार शरीफ में शांति का संदेश लेकर आए थे, लेकिन प्रशासन ने उन्हें रोका। पप्पू यादव बिहार शरीफ और नालंदा में जब भी कोई भी घटना होती है तो सबसे पहले वह यहां आते हैं। श्री पप्पू यादव यहां की जनता के प्रति हमेशा चिंतित रहते हैं।

Leave a Comment

क्या वोटर कार्ड को आधार से जोड़ने का फैसला सही है?
  • Add your answer
Translate »
%d bloggers like this: