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भीड़ से नहीं विचारों से बुलंद होती है पत्रकारों की आवाज : कुलपति

  • *मुजफ्फरपुर चैंबर ऑफ कॉमर्स में इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन का तीसरा राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन
  • *सीवी रमण विश्विद्यालय के कुलपति ने कहा, अगले वर्ष से विश्विद्यालय में शुरू होगी पत्रकारिता का कोर्स
  • *चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष ने पत्रकारों की भूमिका को सराहा
    • छत्तीसगढ़ की तरह बिहार में भी लागू हो पत्रकार सुरक्षा कानून : रामनाथ विद्रोही

 

बिहार दूत न्यूज, मुजफ्फरपुर।

इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन (आइजेए) का तीसरा राष्ट्रीय पत्रकार सम्मेलन सह सम्मान समारोह का आयोजन सोमवार को मुजफ्फरपुर जिला में चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रांगण में किया गया।

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र्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ सीवी रमण विश्वविद्यालय, वैशाली के कुलपति डॉ विमल कुमार शर्मा, अतिथि चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष श्याम सुंदर भीमसेरिया,आइजेए के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामनाथ विद्रोही, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रमोद कुमार, प्रदेश अध्यक्ष अजीत कुमार पाण्डेय ने दीप प्रज्वलित कर किया।

  • इस अवसर पर मुख्य अतिथि कुलपति डॉ विमल कुमार शर्मा ने कहा कि आज के दौर में पत्रकारों का काम काफी जोखिम भरा है। उन्होंने कहा कि भीड़ से पत्रकारों की एकजुटता प्रदर्शित नहीं होती है, बल्कि विचारों से उनकी एकजुटता तय होती है। उन्होंने मंच से घोषणा की कि डॉ सीवी रमण विश्विद्यालय में अभी पत्रकारिता का कोर्स नहीं है, लेकिन अगले साल से पत्रकारिता का कोर्स शुरू हो जायेगा।
    वहीं अतिथि मुजफ्फरपुर चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष श्याम सुंदर भीमसेरिया ने पत्रकारों की भूमिका को सराहा।
    आइजेए के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामनाथ विद्रोही ने राष्ट्र निर्माण में प्रेस की भूमिका विषय पर बोलते हुए कहा कि सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य छत्तीसगढ़ की तरह पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने,पत्रकारों के अन्य मांगों से संबंधित ज्ञापन केंद्र और राज्य सरकार तक पहुंचाना है एवं लागू कराने के लिए संघर्ष करना है।
    उन्होंने कहा कि मुफस्सिल पत्रकार किसी भी अखबार का रीढ होता है, लेकिन प्रबंधन द्वारा उनकी उपेक्षा की जाती है। बहुत से ऐसे पत्रकार हैं जो एक परिचय पत्र के लिए मोहताज है। उन्होंने कहा कि पत्रकार सुरक्षा और प्रबंधन द्वारा मिलने वाली सुविधा को लेकर विभिन्न राज्य सरकारों के समक्ष चरणबद्ध आंदोलन चलाने की जरूरत है। इसके लिए हमारा संगठन निर्णायक भूमिका अदा करेगी।
    वहीं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रमोद कुमार ने कहा कि वैसे तो पत्रकारों की अनगिनत समस्याएं हैं, लेकिन पत्रकार पेंशन नियमावली और मान्यता नियमावली में आवश्यक सुधार कर अधिक से अधिक पत्रकारों को इसका लाभ देने की जरूरत है। खासकर मुफस्सिल पत्रकारों की समस्याओं की ओर सरकार की उपेक्षापूर्ण नीति के संबंध में एक ठोस निर्णय लेकर संघर्ष करना है।
    राष्ट्रीय महासचिव सत्येंद्र सत्यम ने कहा कि आज के दौर में पत्रकार अपनी गरिमा को बचाना चाहता है तो खुद में बदलाव लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पत्रकार अपने कलम को ईमानदारी पूर्वक चलाएं तो पत्रकारों की गरिमा के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता है।
    जबकि बिहार प्रदेश अध्यक्ष अजीत कुमार पाण्डेय ने कहा कि जबतक पत्रकार सुरक्षा कानून लागू नहीं किया जाता है, तबतक संघर्षरत रहेंगे।
    झारखंड प्रदेश अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने कहा कि झारखंड में भी आइजेए संगठन मजबूती के साथ आवाज बुलंद कर रहा है। आइजेए एक ऐसा संगठन है जो पत्रकार हितों के लिए मजबूती से संघर्षरत हैं।
    कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष अजीत कुमार पाण्डेय ने की। मंच संचालन कवि अनिल कुमार मितभाषी ने और धन्यवाद ज्ञापन राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रमोद कुमार ने किया।
    मौके पर राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष संतोष कुमार शर्मा, प्रदेश कोषाध्यक्ष मनोज कुमार, कैमूर जिला मीडिया प्रभारी सह सचिव मीर जलालुद्दीन,प्रकाश कुमार, अविनाश कुमार सिंह, समस्तीपुर जिलाध्यक्ष राजकुमार राय, जिला उपाध्यक्ष ज्योति कुमार सिंह, अनीश कुमार, नवीन कुमार, श्याम सुंदर, दरभंगा जिलाध्यक्ष नवीन कुमार, धर्मेंद्र कुमार, सदरे आलम, अजीम अख्तर, दिवंकर कुमार, सुनील कुमार सेठ, सुशील कुमार सिंह, यशवंत कुमार, पुनीत झा, अक्षय कुमार चंचल, श्रवण कुमार, हिमांशु शेखर, अवधेश कुमार मंडल, पंडित नं  कुमार निर्मल, आदि मौजूद थे।

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