बिहार दूत न्यूज, पटना
आम आदमी पार्टी के पटना जोन की प्रभारी सह पूर्व प्रदेश अध्यक्ष महिला मोर्चा उमा दफ्तुआर ने बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि एक ओर शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव केके पाठक शिक्षा के क्षेत्र में अमान परिवर्तन कर शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करना चाहते हैं, लेकिन अधिनस्थ अधिकारी, कर्मचारियों व समाज पर इसका प्रभाव नहीं देखा जा रहा है।
उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर शिक्षा व्यवस्था की दुर्दशा की पोल खोल दी है। उन्होंने कहा कि यह वीडियो पॉश इलाके की हैं। जहां बड़े – बड़े अधिकारियों के आवास है। इस जगह स्कूल टाइम में झुग्गी झोपड़ियों के बच्चे इस इलाके में भटक रहे हैं। इनमें कई ऐसे बच्चे भी हैं जो गलत लत के शिकार हैं। यहां पर तास खेलते, सिगरेट पीते और पाउडर सूंघते नजर आ रहे हैं।
आप की पटना जोनल प्रभारी उमा दफ्तुआर ने सवाल उठाए कि जब पॉश इलाके में गरीब बच्चों का यह हाल है तो अन्य क्षेत्रों में बच्चों को रोक टोक करने और स्कूल भेजने का प्रयास कितना सार्थक होगा इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि सरकार को इन बच्चों को स्कूल में नामांकित करवाना चाहिए। इन्हें पढ़ने के बालाधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि दिल्ली के तर्ज पर बिहार में भी शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने की जरूरत है।
