संजय भारती, समस्तीपुर।
जवाहर ज्योति बाल विकास केंद्र और कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में बाल विवाह मुक्त बिहार अभियान का किया गया आयोजन । जो एक अभिनव पहल बाल विवाह के खात्मे में जमीनी स्तर पर अहम भूमिका निभा सकती है, के तहत् बिहार राज्य के समस्तीपुर जिला में 515 गांवों नें अपनें पंचायत और पूरे जिले को बाल विवाह से मुक्त बनाने के लिए बाल विवाह के खिलाफ शपथ ली । जिले में तमाम ग्राम पंचायतों और गांवों नें बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया और इस दौरान सभी उम्र, जाति-बिरादरी और धर्मों के स्त्री-पुरुषों को शपथ दिलाई कि वे अपनें गांव में बाल विवाह जैसे कृत्य में किसी भी तरह से सहभागी नहीं बनेंगे और उनका लक्ष्य अंतत: पूरे प्रदेश को बाल विवाह मुक्त बनाना है । मौके पर सभी ग्राम पंचायतों के मुखिया, सरपंच, वार्ड सदस्य, पंचों नें कहा “बाल विवाह की कड़वी सच्चाई अभी भी हमें मुंह चिढ़ा रही है । छोटी उम्र में बच्चों के ब्याह की घटनाएं अभी भी आम है । ऐसे में इस अपराध के खिलाफ जागरूकता के प्रसार और लोगों को बाल विवाह के सामाजिक और कानूनी दुष्परिणामों से अवगत कराने की दिशा में यह जमीनी अभियान और शपथ दिलाने जैसे कदम बेहद अहम हैं ।” बिहार राज्य में बाल विवाह के मामले शून्य पर लाने के सपनें को पूरा करने के लिए पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग नें प्रदेश की सभी पंचायतों को बाल विवाह मुक्त बिहार के लिए कार्यक्रमों के आयोजन के निर्देश देने के अलावा यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि सभी गांवों में लोगों को यह शपथ दिलाई जाए कि वे अपनें गांव में कानूनी उम्र पूरी होने से पूर्व किसी बच्चे का विवाह नहीं होने देंगे । गांवों में अभी भी बड़ी संख्या में बाल विवाह के मामलों के मद्देनजर बिहार सरकार की यह अधिसूचना राज्य में बाल विवाह के पूरी तरह खात्मे की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है । समस्तीपुर जिला के पटोरी, मोहनपुर, मोहिउद्दीन्नगर, विद्यापतिनगर, दलसिंहसराय, उजियारपुर, जितवारपुर, वारिसनगर, सरायरंजन और मोरवा प्रखंड के 515 गाँवों के 140 स्कूलों में और स्थानीय बच्चों, किशोर – किशोरियों, महिलाओं, आशा दीदी, आँगनवाड़ी सेविका आदि नें मिलकर बाल विवाह के खिलाफ आवाज बुलंद किया । दिन भर चले इस महाअभियान में मानव श्रृंखला, जागरूकता रैली, नुक्कड़ नाटक, शपथ ग्रहण, कैंडल मार्च निकालकर आम लोगों को जागरुक किया गया । मौके पर दीप्ति कुमारी, कौशल कुमार, पप्पू यादव, रामबालक पासवान, गौरीशंकर चौरसिया, रविन्द्र पासवान, श्वेता कुमारी, बलराम चौरसिया, ललिता कुमारी, नेहा कुमारी, अंशु कुमारी, रीता कुमारी, प्रेमकुमार महतो, अमृता प्रीतम, नवनीत कुमार, काजल कुमारी, मानिकचंद्र सहनी, रामा कुमार, सुभंश कुमार ठाकुर, कौशल्या कुमारी, बिभा देवी, बिभा कुमारी, किरण कुमारी, वीणा कुमारी, दिनेश प्रसाद चौरसिया, रामप्रीत चौरसिया, शीतल कुमारी, काजल राज, मनीषा कुमारी आदि नें संबोधित किया । समुदाय स्तर पर महिलाओं नें महिला लीडर बबिता कुमारी, माला सिंह, हसीना खातुन, नाज़ प्रवीण, पुनिता कुमारी, सविता कुमारी, रिंकी कुमारी, अमीना खातुन, नसीमा खातून, संगीता कुमारी, खुश्बू कुमारी, विमल देवी, सुलेखा देवी, माला कुमारी, सुरैया प्रवीण, मंजू सिन्हा, अनवरी खातून, अभिलाषा भारती, रूबी झा, पुनम पटेल, भारती कुमारी, सोनी कुमारी, साहिस्ता अंजूम, सारथी देवी, जमीला खातून, उर्मिला देवी आदि के नेतृत्व में शाम में कैंडल मार्च निकाला गया ।