Download App

हम पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सोनू अग्रवाल ने दिया प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा

खगड़िया : हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा सेक्युलर (हम) पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रकोष्ठ अध्यक्ष सोनू अग्रवाल ने मंगलवार को हम पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा प्रदेश नेतृत्व को देते हुए इस्तीफा का प्रतिलिपि हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन दिया है। उन्होंने कहा कि हम पार्टी में अब सामाजिक न्याय व सामाजवादी विचार धारा में कोई आस्था नही है। जिससे आहत होकर बिहार प्रदेश हम पार्टी मीडिया प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सोनू अग्रवाल ने पद तथा पार्टी के आजीवन प्राथमिक सदस्यता से त्याग दे दिया है। सोनू अग्रवाल ने कहा कि हम पार्टी के लिए हमने स्थापना काल से ही संगठन में एक आम कार्यकर्ता से लेकर प्रदेश स्तर तक का सफर तय किया लेकिन पार्टी के नीति सिद्धांत से आहत होकर मैंने महसूस किया दल को समाजवादी विचारधारा व सामाजिक न्याय में कोई आस्था नहीं है । उन्होंने बताया कि हमारा जन संगठन हम पार्टी कुछ बुनियादी सिद्धांतों व लोकोन्मुखी नीतियों को लेकर वजूद में आए जन – अपेक्षा जन आक्रोश व जन दबाव को समझाना हमारा फर्ज रहा है। वैश्विक हलचल जहां पूंजीवादी ताकतें है इस कदर हावी है । मुल्क के अंदर लगातार लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमले किए जा रहे हैं। ऐसे दौर में जहां समाजवादी लक्ष्य की और बढ़ना था वहां व्यक्तिवादी एजेंडे को लगातार संगठन व पार्टी में बढ़ावा दिया जा रहा है। यह पूरे तंत्र को ध्वस्त करने में कुछ लोग लगे हुए हैं। शोषित – अपेक्षित – वंचित – लांक्षित – उत्पीड़ित लोगों को बंधुआ मजदूर समझ कर उनके साथ व्यवहार किया जाता रहा है।झंडा कोई ढोता है। नेता कोई और बनता है । मौजूदा हालात में जबकि ज्ञानी – धनवानी लोगों ने पूरे तंत्र को हाईजैक कर लिया है। पूरा संगठन वन मैन शो बन के रह गया है । हम लोग संविधान के साथ न्याय की विचारधारा पर सिद्धांत से कोई समझौता नहीं कर सकतें । जिन मजदूर – किसान – नौजवान की हम बात करते हैं। वह व्यवहार में अपेक्षित ढंग से बरती नहीं जा रही है। सिद्धांत और व्यवहार में दूर-दूर तक कोई साम्य नहीं है । लोहिया की बात हम दोहराते जरूर है । लेकिन बगैर वंचितों को सामाजिक सम्मान दिए व उनके साथ आर्थिक न्याय किए कैसे समता मूलक समाज की स्थापना हो सकेगी “राष्ट्रपति का बेटा हो या चपरासी की हो संतान । बिड़ला या गरीब का बेटा सबको शिक्षा एक समान” महज एक चुनावी नारा था जुमलेबाजी नहीं है। बल्कि एक संकल्प और लक्ष्य है जो आज तक पूरा नहीं हो पाया है। ऐसे में मेरा पद पर बने रहने का कोई औचित्य नहीं है। मैं अपने मान – सम्मान के साथ कोई समाजवादी विचारधारा से समझौता नहीं कर सकता और न ही वर्तमान निति सिद्धांत और हालात कों बर्दाश्त करने की स्थिति में हूं। जिस कारण मैं हम पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मीडिया प्रकोष्ठ के पद और आजीवन प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे रहा हूं । मुझे संगठन व पार्टी की हर तरह की जिम्मेदारी से मुक्त समझा जाए।

Leave a Comment

[democracy id="1"]
Translate »