Download App

टेलीकंस्लटेंसी से 03 हजार 98 लोगों की हुई जांच, उपलब्धि 131 प्रतिशत

पूर्णिया, बिहार दूत न्यूज।

लोगों को अपने घर के आसपास आसानी से स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो सके। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा ई-संजीवनी टेलीकंस्लटेंसी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इसके तहत स्वास्थ्य कर्मी, एएनएम द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित स्वास्थ्य केंद्रों, उपकेंद्रों में पहुंचकर वहां विभिन्न बीमारियों से ग्रसित मरीजों को टेलीकंस्लटेंसी के माध्यम से विशेषज्ञ चिकित्सकों से चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध करायी जाती है। विशेषज्ञ चिकित्सकों से प्राप्त परामर्श के अनुसार स्वास्थ्य कर्मी, एएनएम द्वारा संबंधित मरीज को मेडिकल सुविधा प्रदान किया जाता है। आसानी से चिकित्सकीय सहायता मिलने पर संबंधित मरीज बहुत जल्द स्वस्थ हो जाते हैं। टेलीकंस्लटेंसी के माध्यम से गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीजों की पहचान होने पर उन्हें तत्काल नजदीकी अस्पताल में रेफर किया जाता है। जहां मरीज को बेहतर चिकित्सकीय सहायता प्रदान की जाती है। मतगणना के अगले दिन मई माह के पहले बुधवार को आयोजित ई संजीवनी टेलीकंस्लटेंसी स्पेशल ड्राइव में भी ज्यादा लोगों को आसानी से चिकित्सकीय सहायता प्रदान करने में पूर्णिया जिला राज्य में पहले स्थान पर रहा। पूर्णिया लक्ष्य का 131 प्रतिशत उपलब्धि हासिल करते हुए टेलीकंस्लटेंसी स्पेशल ड्राइव में 03 हजार 098 लोगों को चिकित्सकीय जांच और स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करायी गयी। जिलाधिकारी कुंदन कुमार द्वारा जिले के सभी स्वास्थ्य कर्मियों और अधिकारियों को टेलीकंस्लटेंसी के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा लोगों को आसानी से मेडिकल सहायता प्रदान करने के लिए आवश्यक निर्देश दिया गया है। जिनके निर्देशानुसार स्वास्थ्य अधिकारियों, कर्मियों द्वारा ज्यादा से ज्यादा लोगों को आसानी से मेडिकल सहायता उपलब्ध कराने के लिए भरसक प्रयास किया जा रहा है। जिसके परिणामस्वरूप पूर्णिया लगातार ई संजीवनी टेलीकंस्लटेंसी में राज्य में शीर्ष स्थान बनाए रखने में सफल रहा है।

टेलीकंस्लटेंसी के लिए जिले में संचालित है 34 हब्स और 458 स्पोक्स :

सिविल सर्जन डॉ ओपी साहा ने बताया कि ई संजीवनी टेलीकंस्लटेंसी का मुख्य उद्देश्य सुदूर क्षेत्र के लोगों को आसानी से मेडिकल सुविधा का लाभ उपलब्ध कराना है। इसके लिए सभी प्रखंडों के ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित स्वास्थ्य केंद्रों, उपकेंद्रों में स्पोक्स बनाया गया है जहां से स्वास्थ्य कर्मी या एएनएम द्वारा टेलीफोन के माध्यम से हब्स में कार्यरत विशेषज्ञ चिकित्सकों से संपर्क किया जाता है। वहां से चिकित्सकों द्वारा मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी लेते हुए उन्हें मेडिकल परामर्श प्रदान किया जाता है। चिकित्सक के परामर्श के अनुसार स्वास्थ कर्मी या एएनएम द्वारा संबंधित मरीज को मेडिकल सुविधा प्रदान किया जाता है जिसका उपयोग करते हुए मरीज समय पर स्वस्थ हो सकते हैं। सिविल सर्जन में बताया कि ई संजीवनी टेलीकंस्लटेंसी के लिए जिले में 34 हब्स और 458 स्पोक्स संचालित किया जा रहा है जिसके माध्यम से मरीजों को नियमित रूप से मेडिकल सहायता प्रदान किया जा रहा है।

हब्स द्वारा हो रहा ज्यादा से ज्यादा उपलब्ध मरीजों का उपचार :

जिला कार्यक्रम समन्यवक (डीपीसी) डॉ सुधांशु शेखर ने बताया कि बुधवार को आयोजित ई संजीवनी टेलीकंस्लटेंसी स्पेशल ड्राइव में पूर्णिया जिले के सभी हब्स संचालकों द्वारा कुल 03 हजार 098 मरीजों का उपचार किया गया है। इसमें हब्स संचालकों द्वारा स्पोक्स में उपलब्ध ज्यादा से ज्यादा मरीजों को चिकित्सकीय सहायता प्रदान किया जाता है। उन्होंने बताया कि टेलीकंस्लटेंसी में स्पोक्स में उपस्थित मरीजों को हब्स में उपलब्ध चिकित्सकों से फोन के माध्यम से जोड़ा जाता है। हब्स में उपलब्ध किसी भी चिकित्सक द्वारा स्पोक्स के कनेक्शन को स्वीकार करते हुए उपस्थित मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी ली जाती है। उसके अनुसार मरीज को मेडिकल सहायता प्रदान करने के लिए स्पोक्स संचालक को निर्देश दिया जाता है। स्पोक्स संचालक द्वारा संबंधित मरीज को चिकित्सकों द्वारा निर्देशित मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराई जाती है जिसके उपयोग कर मरीज निश्चित समय में स्वस्थ हो सकते हैं। गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीज पाए जाने पर उन्होंने नजदीकी अस्पताल में रेफर किया जाता है जहां उन्होंने आसानी से मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराई जाती है।

Leave a Comment

[democracy id="1"]
Translate »