बिहार दूत न्यूज, पटना।
बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने गिरधर अरमानी, सचिव, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार से उनके कार्यालय कक्ष में मुलाकात कर राज्य के विभिन्न एन0एच0 परियोजनाओं के संबंध में विस्तृत चर्चा किया।
श्री नवीन ने बताया कि सचिव, सड़क परिहवन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार के साथ उक्त बैठक काफी सकारात्मक रहा और राज्य की कई लंबित परियोजनाओं के शीघ्र कार्यान्वयन अथवा उसमें गति लाने पर सहमति बनी। इस क्रम में कोईलवर-बिहटा 4 लेन सड़क का निर्माण कार्य हेतु अभी तक निविदा नहीं आमंत्रत करने पर सचिव, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग द्वारा इसका कार्यान्वयन भारत सरकार से प्राप्त राशि से राष्ट्रीय उच्च पथ उपभाग के द्वारा कराये जाने का निदेश दिया गया। इसके अतिरिक्त लगभग 12000 करोड़ की लागत से निम्नलिखित योजनओं के कार्य की निविदा आमंत्रित कर दिनांक 30.06.2022 तक कार्य आवंटित करने का निर्णय लिया गया-
1) दानापुर-बिहटा एलिवेटेड पथ,
2) अदलवारी-मानिकपुर पथ का 4 लेन चौड़ीकरण कार्य,
3) मानिकपुर-साहेबगंज पथ के 4 लेन चौड़ीकरण का कार्य,
4) साहेबगंज-अरेराज पथ का 4 लेन चौड़ीकरण कार्य,
5) रामजानकी मार्ग के सिवान-मशरख पथांश का 4 लेन चौड़ीकरण कार्य,
6) बहादुरगंज-किशनगंज पथ का 4 लेन चौड़ीकरण कार्य,
7) पटना रिंग रोड के मार्गरेखन पर शेरपुर-दिघवारा गंगा पुल का निर्माण कार्य,
8) चोरमा-बैरगनिया का 2 लेन में उन्नयन कार्य,
9) सहरसा-उमगाँव का 2 लेन में उन्नयन काय।
श्री नवीन ने बताया कि चर्चा के क्रम में इस बात पर भी सहमति बनी कि अदलवारी-मानिकपुर पथ में अवस्थित गंडक नदी पर पुल निर्माण हेतु इसके मार्गरेखण का कार्य दिनांक 30.04.2022 तक पूर्ण कर लिया जायेगा।
श्री नवीन द्वारा प्रधामंत्री पैकेज के शेष बचे हुए कार्यो की स्वीकृति तथा भारतमाला परियोजना के तहत शेष बचे हुए 373 कि0मी0 की सड़क परियोजनाओं की स्वीकृति शीघ्र प्रदान किए जाने का अनुरोध किया गया जिस पर इसका अनुश्रवण सचिव, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा स्वयं किए जाने एवं इस पर शीघ्र निर्णय लिये जाने की बात कही गई।
श्री नवीन ने बताया कि भारतमाला परियोजना-2 के तहत पूर्वांचल एक्सप्रेस का विस्तार बक्सर से भागलपुर भाया पटना तक करने पर भी सहमति बनी। इसके अतिरिक्त सुल्तानगंज-देवघर काँवरिया पथ के 4 लेन चौड़ीकरण तथा गोरखपुर-सिल्लीगुड़ी एक्सप्रेसवे में राज्य के महत्वपूर्ण शहरों/पर्यटन स्थलों से सम्पर्कता प्रदान करने हेतु ेचनत देने पर सहमति बनी। इसके अतिरिक्त आमस- दरभंगा एक्सप्रेसवे से बोधगया एवं राजगीर को सम्पर्कता सम्पर्कता प्रदान करने के लिए ेचनत देने पर भी सहमति बनी।
राज्य के विलम्बित राष्ट्रीय उच्च पथ की परियोजनाओं यथा; हाजीपुर-छपरा एन0एच0-19, महेंशखुँट-सहरसा-पूर्णियाँ एन0एच0-107 का कार्य को पूर्ण कराये जाने हेतु एक माह के अन्दर अपेक्षित निर्णय लिए जाने पर भी सहमति बनी। इसके अतिरिक्त पटना शहर के सरिस्ताबाद-नत्थुपुर पथांश (2.8 कि0मी0) का निर्माण पटना-गया-डोभी एन0एच0 83 के बींदहम व िेबवचम के तहत कराये जाने तथा एन0एच0 119ए के रामनगर-कच्ची दरगाह एवं आमस-दरभंगा एन0एच0 119डी के कच्ची दरगाह जंक्शन पर उनसजपसंलमत जतनउचमज बनाये जाने हेतु आई0आई0टी0 दिल्ली के तकनीकी विशेषज्ञों से स्थल अध्ययन कराने का निदेश भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को दिया गया।
श्री नवीन ने बताया कि राज्य अंतर्गत राष्ट्रीय उच्च पथों पर अवस्थित 65 ब्लैक स्पॉट/ ग्रे स्पॉट के सुधार हेतु अगले 2 माह के अन्दर सभी आवश्यक स्वीकृतियाँ प्रदान कर ब्लैक स्पॉट/ग्रे स्पॉट को समाप्त किए जाने निदेश सचिव, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा संबंधित अधिकारियों को दिया गया।
श्री नवीन ने कहा कि उपरोक्त निर्णयों से जहाँ एक ओर राज्य के विभिन्न राष्ट्रीय उच्च पथ योजनाओं के निर्माण कार्य को गति मिलेगी वहीं दूसरी ओर इससे राज्य के विकास को भी गति मिलेगी। उन्होंने इस सकारात्मक निर्णय के लिए सचिव, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय का आभार जताया एवं राज्य सरकार के स्तर से हर संभव सहयोग उपलब्ध कराये जाने के लिए आश्वस्त किया।
उक्त चर्चा में चंचल कुमार, प्रबंध निदेशक, एन0एच0आई0डी0सी0एल0, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय से संजय कुमार निर्मल, अपर महानिदेशक, सड़क विकास,, श्री प्रेम राज मीणा, मुख्य अभियंता, पथ निर्माण विभाग, बिहार से हनुमान चौधरी, अभियंता प्रमुख, नीरज सक्सेना, मुख्य अभियंता भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से महावीर सिंह, सदस्य (तकनीकी) एवं एल0पी0 पाढ़ी, मुख्य महाप्रबंधक के अतिरिक्त अन्य संबंधित विभागीय अधिकारीगण उपस्थित थे।