पटना, बिहार दूत न्यूज़। बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि बिहार की महागठबंधन सरकार ने 2 महीने में ही नौकरियों की झड़ी लगा दी है। जिसके कारण अब नफरत की राजनीति करने वाले भी बिहार की राह पर चलने को मजबूर हो रहे हैं, और दिखावा मे ही काम कर रहे हैं,जबकि 2014 में नरेंद्र मोदी ने हर साल दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था ,इन 8 वर्षों की नरेंद्र मोदी सरकार में 16 करोड़ नौकरी नौजवानों को मिलनी चाहिए थी, लेकिन मिल रहा है सिर्फ और 75 हजार नौकरियां।
एजाज ने आगे कहा कि केंद्र से अधिक सरकारी नौकरियाँ तो केवल बिहार सरकार ही दे देगी अफसोस की बात है कि मार्च 2014 से मार्च 2022 तक केंद्र सरकार ने अब तक मात्र 7लाख 22 हजार नौकरियां ही दी है। जबकि इस दौरान नौजवानों ने नौकरियों के लिए 22 करोड़ से ज्यादा आवेदन दिए थे ।
एजाज ने आगे कहा कि 14 जून 2022 को नरेंद्र मोदी सरकार ने 18 महीने में 10 लाख नौकरियां देने का वादा किया था लेकिन अफसोस की बात है कि इन 5 महीनों के दौरान सिर्फ 75 हजारी नौकरियां दी जा रही है। जुमलाबाजी करने वाली केंद्र सरकार नौजवानों को ठगी का शिकार बना रही है और उनकी आंखे तब खुली जब बिहार में महागठबंधन सरकार ने नीतीश कुमार और तेजस्वी प्रसाद यादव के नेतृत्व में नौजवानों को 20 लाख नौकरियां और रोजगार देने के वादे को अमल में लाना शुरू कर दिया और लगातार नौकरियां और रोजगार का सृजन किया जा रहा है और बिहार के नौजवानों में जो खुशियां देखी जा रही है उससे महागठबंधन सरकार अपने संकल्प को और मजबूती के साथ आगे बढ़ा रही है। बिहार में महागठबंधन सरकार के बनने के बाद खुशी की बात है कि अब देश की राजनीति में नफरत और धर्म की राजनीति की जगह नौकरी और रोजगार की बातें होने लगी जो बिहार के लिए सबसे बड़ी जीत है, क्योंकि बिहार ने हमेशा देश को एक नई राह और दिशा दिखाई है, जहां नौजवानों को अपने भविष्य के बेहतर होने की संभावनाएं दिख रही हैं वही देश में एक बेहतर वातावरण और माहौल बन रहा है जो देश के लिए एक बेहतर संकेत है और इस तरह की रोजगारपरक राजनीति होने के कारण भाजपा खेमे में घबराहट और बौखलाहट है जो भाजपा नेताओं के बयानों से स्पष्ट रुप से दिख रहा है।