खगड़िया: जिलाधिकारी डॉक्टर आलोक रंजन घोष एवं पुलिस अधीक्षक अमितेश कुमार द्वारा आसन्न छठ पर्व को देखते हुए बूढ़ी गंडक के किनारे स्थित विभिन्न छठ घाटों का एसडीआरएफ की बोट से संयुक्त रूप से भ्रमण किया गया। उन्होनें नगर परिषद खगड़िया क्षेत्र में बूढ़ी गंडक नदी के किनारे स्थित विभिन्न छठ घाटों का जायजा लिया एवं घाट पर उतर कर भी वस्तु स्थिति से अवगत हुए।
उन्होंने लगभग 2 घंटे तक संसारपुर घाट, बलुआही घाट, सीढ़ी घाट, अघौरी घाट, सूर्य मंदिर घाट, अड्डा घाट, दाननगर घाट, विद्याधार घाट आदि का भ्रमण किया एवं छठ पर्व के सफल आयोजन को लेकर तैयारियों का जायजा लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने नदी में के किनारे स्थित मानसी खगड़िया के समस्त घाटों का अवलोकन किया एवं नदियों के जलस्तर के तेजी से कम होने की प्रवृत्ति को देखते हुए सभी घाटों को छठ तक तैयार कर लेने का निर्देश दिया।
एसडीआरएफ की बोट पर सवार होकर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने नदी के किनारे स्थित घाटों का पास जाकर अवलोकन किया और घाट पर उतर कर भी पैदल भ्रमण करते हुए अद्यतन स्थिति से अवगत हुए।
उन्होंने नदी किनारे उगे घास को हटाने एवं कीचड़- दलदलयुक्त घाटों को छठ तक तेजी से काम करते हुए तैयार करने का निर्देश दिया। उन्होंने छठ घाटों के पहुंच मार्गों को भी दुरुस्त करने का निर्देश दिया, ताकि लोग आसानी से घाट तक पहुंच सके। नगर परिषद द्वारा विभिन्न घाटों पर मजदूरों को लगाकर साफ सफाई का काम कराया जा रहा है। जिलाधिकारी ने मजदूरों की संख्या बढ़ाकर ससमय काम समाप्त करने का निर्देश कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद क्षेत्र को दिया।
जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने अघोरी घाट पर प्रशासनिक कंट्रोल रूम के लिए भी जगह चिन्हित किया, ताकि छठ पर्व के अवसर पर विधि व्यवस्था संधारण हेतु नजर रखी जा सके। उन्होंने अन्य मुख्य मुख्य घाटों पर भी प्रशासनिक कंट्रोल रूम स्थापित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि थोड़ा सा मेहनत कर लेने पर विभिन्न घाटों को आम जनता एवं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए छठ पर्व के अवसर पर समय से तैयार किया जा सकता है।
उन्होंने छठ घाटों के किनारे बैरिकेडिंग कराने का भी निर्देश दिया, ताकि लोग असावधानी या भूलवश गहरे पानी में ना पहुंच जाएं। उन्होंने खतरनाक घाटों पर साइनेज लगाने का निर्देश दिया। छठ पर्व के अवसर पर भीड़ को नियंत्रित करने एवं गाड़ियों को भीड़ भरे मार्गों पर आने से रोकने के लिए विभिन्न स्थलों पर ड्रॉप गेट लगाने का भी निर्देश दिया गया।