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पूर्व विधायक केदार गुप्ता कुढ़नी में फिर बजा सकते हैं जीत का डंका

एस प्रसाद, मुजफ्फरपुर

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कुढ़नी विधान सभा उपचुनाव में बीजेपी ने अभी उम्मीदवार को लेकर अपना पत्ता नहीं खोला है। जबकि महागठबंधन ने जेडीयू के मनोज कुशवाहा को अपना उम्मीदवार बनाया है। बीजेपी में उम्मीदवार को लेकर मंथन चल रहा है। फिलहाल पूर्व विधायक केदार गुप्ता, पूर्व मंत्री बसावन भगत सहित कई नामों की चर्चा चल रही है।

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पिछले 2020 के विधानसभा चुनाव में केदार गुप्ता (बीजेपी), राजद के अनिल कुमार सहनी से मात्र 426 मतों से पराजित हुए थे। जबकि 2015 के चुनाव में बीजेपी के केदार गुप्ता ने जेडीयू के मनोज कुमार सिंह को 11570 मतों से पराजित किया था। जो बीजेपी के लिए पहली फतह थी।

कानू का बेटा ने 2015 में बीजेपी को दिलाई थी पहली जीत 

1977 से 2010 तक बीजेपी से कुढ़नी में कोई विधायक नहीं बन पाया था। ऐसे में कानू जाति के केदार गुप्ता ने बीजेपी को कुढ़नी विधानसभा में ऐतिहासिक जीत दिलाकर पार्टी को क्षेत्र में मजबूती प्रदान करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। केदार गुप्ता समाज के प्रति समर्पित नेता हैं। ऐसे में कानू समाज के साथ साथ सभी वैश्य समाज समेत अन्य जातियों का वोट बैंक इनके पास है। वर्तमान में कुल वोटर करीब 311000 में वैश्य समाज की आबादी करीब 55 हजार, भूमिहार की 32 हजार, कुशवाहा की 35 हजार, बीसी/ईबीसी/एससीएसटी की आबादी 60 हजार,मुस्लिम की 30 हजार, कुर्मी 10 हजार, राजपूत 25 हजार, यादव 25 हजार, मल्लाह 31 हजार है। ऐसे में केदार गुप्ता को कुढ़नी विधान सभा उप चुनाव में दरकिनार करना काफी महंगा पड़ सकता है।

राजनीतिक रूप से काफी पिछड़ा है कानू समाज

जिस बीजेपी को कानू का बेटा केदार गुप्ता 2015 में पहली जीत दिलाई थी उस व्यक्ति को राजनीतिक गुटबंदी के कारण दरकिनार कर देना बीजेपी के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। पहले से ही कानू समाज राजनीतिक रूप से पिछड़ा हुआ है। इस समाज की करीब सात प्रतिशत आबादी के बावजूद एक भी सांसद नहीं है। वहीं विधायकों की भी संख्या नगण्य है। जबकि एक से दो प्रतिशत आबादी वाले जाति से कई विधायक, सांसद और मंत्री हैं।

राजनीतिक हिस्सेदारी के लिए जागरूक हो रहे लोग

कानू समाज की राजनीतिक उपेक्षा को लेकर कई सामाजिक संगठन समाज को जागरूक कर रहे हैं।

कानू हलवाई संघर्ष सेना फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव कानू ने जिस तरह समाज को जागरूक कर रहे हैं उससे कई राजनीतिक दल समाज को उचित राजनीतिक हिस्सेदारी के लिए विचार विमर्श कर रही है। हाल ही में छह नवंबर को रोहतास के तेंदुनी गांव में कानू हलवाई समाज ने राजनीति हिस्सेदारी को लेकर 18 किलो मीटर तक बाइक रैली निकालकर जनसभा की। स्थानीय लोगों ने संजीव कानू को कानू हलवाई समाज का सर्वमान्य नेता मानकर जबरदस्त स्वागत किया। अगर बीजेपी केदार गुप्ता को दरकिनार करती है तो सामाजिक रूप से भी जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ सकता है।

इधर संपूर्ण वैश्य समाज के जिलाध्यक्ष विशाल जायसवाल ने कहा कि पूर्व विधायक केदार गुप्ता के पक्ष में संपूर्ण वैश्य समाज गोलबंद हो चुका है। पिछले दिनों संपूर्ण वैश्य समाज के तिरहुत प्रमंडल की बैठक प्रमंडलीय अध्यक्ष देवेंद्र साह की अध्यक्षता में की गई थी। विशाल जायसवाल ने कहा की पूर्व विधायक केदार गुप्ता को संपूर्ण वैश्य समाज का समर्थन प्राप्त है। उन्होंने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल से पूर्व विधायक केदार गुप्ता को उम्मीदवार बनाने की मांग की है।

बता दें कि पांच दिंसबर को मतदान होगा और आठ दिसंबर को काउंटिंग होगी। महागठबंधन के उम्मीदवार मनोज कुशवाहा 14 या 15 नवंबर को नामजदगी का पर्चा भर सकते हैं। जबकि बीजेपी से अभी उम्मीदवारों के नाम पर ही मंथन चल रहा है।

 

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