एस प्रसाद, मुजफ्फरपुर
कुढ़नी विधान सभा उपचुनाव में बीजेपी ने सोमवार को उम्मीदवार के नाम पर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। बीजेपी की केंद्रीय नेतृव ने पूर्व विधायक केदार गुप्ता पर ही अपना भरोसा बरकरार रखा है। केंद्रीय नेतृव की इस निर्णय से कानू हलवाई समाज के साथ साथ अन्य समाज के लोगों ने हर्ष जताया है। कानू हलवाई संघर्ष सेना फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव कानू और प्रदेश अध्यक्ष चंद्रभूषण कानू ने कहा कि यह कानू हलवाई समाज के लिए खुशी की बात है। संजीव कानू ने कहा कि परिवार में आपसी मतभेद होता है, इसका यह मतलब नहीं की वह विपत्ति की घड़ी में साथ नहीं दें। हमें आपसी मतभेद भुलाकर किसी भी दल में कानू हलवाई समाज के लोग यदि आगे बढ़ते हैं तो हमें उन्हें गति देने की जरूरत है। ताकि समाज का वर्चस्व राजनीतिक हिस्सेदारी में बढ़ सके।
पूर्व विधायक केदार गुप्ता कुढ़नी में फिर बजा सकते हैं जीत का डंका
वहीं संपूर्ण वैश्य समाज के मुजफ्फरपुर जिलाध्यक्ष विशाल जायसवाल ने पूर्व विधायक केदार गुप्ता को कुढ़नी विधानसभा उप चुनाव में बीजेपी से उम्मीदवार बनने पर हर्ष जताया है। उन्होंने कहा कि इससे वैश्य समाज की प्रतिष्ठा बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि अधिकांश वैश्य समाज के लोग बीजेपी से संबंध रखते हैं, ऐसे में वैश्य समाज के पूर्व विधायक केदार गुप्ता का टिकट काटकर दूसरे समाज को दिया जाता तो वैश्य समाज में गलत संदेश जाता। और वैश्य समाज विवश होकर दूसरे दल के उम्मीदवार को जीतकर वैश्य एकता का परिचय देते।
बता दें कि महागठबंधन ने जेडीयू के मनोज कुशवाहा को अपना उम्मीदवार बनाया है। वे सोमवार को नामांकन भी कर लिए हैं। बीजेपी में उम्मीदवार को लेकर मंथन ही चल रहा था। अब केदार गुप्ता 15 नवंबर को नामांकन करेंगे।17 नवंबर तक नामांकन होना है। पांच दिंसबर को मतदान होगा और आठ दिसंबर को काउंटिंग होगी।
पिछले 2020 के विधानसभा चुनाव में केदार गुप्ता (बीजेपी), राजद के अनिल कुमार सहनी से मात्र 426 मतों से पराजित हुए थे। जबकि 2015 के चुनाव में बीजेपी के केदार गुप्ता ने जेडीयू के मनोज कुमार सिंह को 11570 मतों से पराजित किया था। जो बीजेपी के लिए पहली फतह थी।