मुजफ्फरपुर, बिहार दूत न्यूज़।
कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव को लेकर लगातार जातीय समीकरण परिवर्तन हो रहा है।
बीते दिनों भूमिहारों के बड़े संगठन भूमिहार ब्राह्मण समाजिक फ्रंट ने अपना समर्थन भूमिहार जाति से आने वाले वीआईपी के प्रत्याशी नीलाभ कुमार को देने का काम किया।
लेकिन वही आज राजपूत समाज के अगवानी करने वाले नेताओं ने राजपूतों का समर्थन प्रेसवार्ता कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में अपनी आस्था व्यक्त करते हुए कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव के महागठबंधन जदयू प्रत्याशी मनोज कुशवाहा को देने का निर्णय लेते हुए घोषणा किया है।
बताते चलें कि कुढ़नी उपचुनाव को लेकर जब प्रत्याशियों की घोषणा महागठबंधन की ओर से नहीं किया गया था तब जदयू के कुढ़नी में मजबूत नेता कहे जाने वाले चंदन भास्कर ने अपनी दावेदारी कुढ़नी उपचुनाव के प्रत्याशी के रूप में ठोका था, लेकिन टिकट नहीं मिलने के बाद जदयू के पद से इस्तीफा दे दिया और अपने क्षत्रिय समाज को गोलबंद करने लगा और कई दिनों तक कुढ़नी के विभिन्न इलाकों में बैठक और सभा किया लेकिन गोलबंद होने के बाद भी कोई प्रत्याशी या उनके नेता नोटिस नहीं लिया तो इसी कड़ी में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने क्षत्रिय समाज से बात की और उनके समस्याओं को सुनते हुए कुढ़नी के राजपूत समाज की बात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक पहुंचाने का काम किया और आश्वासन मिला कि आने वाले समय में राजपूतों के भी अहम भूमिका मिलेगी।
वही इस दौरान आज के इस प्रेसवार्ता का आयोजन जदयू के पूर्व नेता चंदन भास्कर ने किया।जिसमें बिहार सरकार के पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह पूर्व विधायक मनजीत सिंह पूर्व विधायक पति एवं जदयू के प्रदेश महासचिव राणा रणधीर सिंह चौहान एवं अन्य कई क्षत्रिय नेता शामिल रहे।
इस दौरान प्रेस वार्ता में राजपूत के नेताओं ने कहा कि राजपूत समाज को बिहार में अगर आगे बढ़ाने का काम किया है और राजपूत को उनके हक और अधिकार दिलाने का अगर कोई काम किया है तो वह है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिन्होंने शुरू से ही विभिन्न क्षेत्रों में राजपूतों को बड़ी भागीदारी दिया।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आने वाले समय में कुढ़नी और गायघाट से भी राजपूत समाज की अहम भूमिका दिया जाएगा। वहीं भाजपा को वोट करने की बात पर पत्रकारों ने पूछा कि राजपूत समाज भाजपा को वोट देता है तो ऐसे में जदयू को कैसे वोट कर पाएंगे तो नेताओं ने कहा कि राजपूत कभी भाजपाई नहीं रहा पहले कांग्रेसी थे उसके बाद जब समाजवाद बना तो समाजवादी थे और 2013 से राजपूत शिफ्ट थोड़ा बहुत भारतीय जनता पार्टी में करने लगे थे लेकिन अब राजपूत समाज जान गया है कि हमारा हक और अधिकार देने का काम सिर्फ बिहार में जनता दल यूनाइटेड के मुखिया नीतीश कुमार करते हैं इसलिए राजपूत समाज ने गोलबंद होकर अपना समर्थन इस बार कुढ़नी के उपचुनाव में महागठबंधन के जदयू प्रत्याशी मनोज कुशवाहा को देने का निर्णय लिया है, और मनोज कुशवाहा की जीत होगी। इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी पर प्रेस वार्ता में मौजूद रहे पूर्व मंत्री एवं पूर्व विधायक समेत अन्य राजपूत नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी पर राजपूत समाज की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए लगातार हक और हिस्सेदारी नहीं देने का भी आरोप लगाया हैं।
इसके साथ ही आपको बता दें कि क्या अब राजपूतों का समर्थन महागठबंधन जदयू प्रत्याशी को मिलने के बाद भारतीय जनता पार्टी का वोट बैंकिंग खिसक जाएगा क्योंकि पहले ही स्वर्ण जाति के भूमिहार के बड़े संगठन ने अपना समर्थन वीआईपी प्रत्याशी को देने का काम किया और आज वही सवर्ण जाति से आने वाले राजपूत समाज के लोगों ने अपना समर्थन जदयू प्रत्याशी को देने का काम किया देखना होगा कि आखिर सवर्ण का वोट भारतीय जनता पार्टी के साथ बना रहता है या फिर सवर्ण का वोट भारतीय जनता पार्टी से खिसकेगा।