बिहार दूत न्यूज, औरंगाबाद (रफीगंज)
जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के संगठन विस्तार एवं मजबूती के लिए मंगलवार को एक बैठक कासमा रोड स्थित पार्टी कार्यालय में तत्कालीन प्रखण्ड अध्यक्ष अरविन्द कुमार भगत की अध्यक्षता एवं प्रदेश महासचिव संदीप सिंह समदर्शी की उपस्थिति में सम्पन्न हुई। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव सम्पन्न उपरांत समग्र विकास से वंचित वर्ग के लिए सड़क मुस्तैदी से आवाज उठाने के लिए संगठन को धारदार और मजबूत करने का निर्णय लिया गया। बैठक में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए प्रदेश महासचिव संदीप सिंह समदर्शी ने कहा कि केंद्र सरकार मुद्दों से भटक चुकी है और सत्ता पक्ष और उसके नेता नकारात्मक राजनीति कर रहे हैं। देश में गरीब, वंचित, दलित, आदिवासी, पिछड़ा वर्ग एवं किसानों के कल्याण हेतु विगत कई वर्षों से कागज पर मसौदा बनकर कागज के फ़ाइल में रह जा रहा है। योजनाए लोगों तक नही पहुँच रही है। लेकिन जाप के नेता और कार्यकर्ता सभी वर्ग के लोगों के कल्याण के लिए हमेशा आवाज बुलंद किया है। जाप के नेता और कार्यकर्ता एवं हम भी लोगों के लिए दृढ संकल्पित रहते हैं।
उन्होंने आगे बताया कि जिनके अभिभावक ताउम्र समग्र विकास से वंचित रहे, वे आज स्वयं भी समग्र विकास से उपेक्षित है। हमारी पार्टी वैसे तबकों को उत्थान के लिए चिंतित रहती है और उनके उत्थान के लिए लगातार संघर्ष कर रही है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद पप्पू यादव वंचित तबकों विकास के लिए चिंतित एवं समर्पित रहते हैं, लेकिन वे चार महीने से सरकार के साजिस और राजनीतिक कुचक्र के तहत कैद हैं। इधर बिहार में लगातार जघन्य अपराध और अन्याय बढ़ गया है। सूबे के नागरिक एक नये संक्रमण से जूझ रहे हैं लेकिन इनके पीड़ा को देखने वाला कोई राजनेता आगे नही रहा है और सरकारी कुब्यवस्था से बच्चों की जाने जा रही है। सूबे में वायरल फीवर से दर्जनों बच्चे की मौत हो चुकी है।
समदर्शी ने आगे बताया कि सूबे के पक्ष और विपक्ष के राजनेता सब राजनीति में व्यस्त हैं, शायद हमारे नेता पप्पू यादव बाहर होते तो सेवा कर वे कुछ की जान बचा पाते कुछ मां का आंसू पोंछ पाते ,दवा-उपचार का इंतज़ाम करते यूं बच्चों को मरने नहीं देते। जिन्हें सरकार ने साजिस के तहत चार महीनों से जेल में कैद कर रखा है, लेकिन न्यायिक प्रक्रिया के तहत शीघ्र ही हम सभी के चहेते आजाद होकर वंचितों और जरूरतमंदों की मदद को आगे आयेंगे। इस मौके पर किसान प्रकोष्ठ के तत्कालीन जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार सिंह, कृष्णा यादव, संजय कुमार सिंह, नरेश यादव, शिवनंदन सिंह, मो० हसीब, विनय कुमार सिंह, रमेश कुमार, राजू रंजन यादव, अवधेश कुमार, मुन्ना कुमार, धर्मेन्द्र कुमार, पप्पू कुमार सहित कार्यालय सचिव सुभाष राय सहित अन्य लोग मौजूद रहे।